आज के बाद मेरे ख्वाब में भी मत आना ! सुनो रकीब से तो पूरी वफा करो जाना, आज के बाद मेरे ख्वाब में भी मत आना ! सिराज अली किताब ( फिज़ा के बदलते ही! ) WhatsApp Copy Shayari
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